Friday, February 24, 2012

दोस्ती के रंग ..क्या होते हैं दोस्त

दोस्त याद नहीं आते हैं कभी, क्योकि भुला दिए जाते नहीं हैं दोस्त कभी.

दोस्त सिर्फ एक नाम एक इंसान नहीं होते  ,  जीने का एक तरीका होते हैं  
हर तकलीफ हर मुसीबत में  प्रेरणा होते हैं दोस्त , हर किसी से तुम्हारे  लिये लड़ने कों तैयार होते हैं दोस्त.  


जो लोग रिश्तों कों परिभाषित करना पसंद करते हैं उनके लिये एक पहेली होते हैं दोस्त. 
लेकिन वे जानते हैं  हर पवित्रता कों, प्रत्येक शुचिता कों.
प्रेमी प्रेमिका से अधिक प्रेम होता हैं  इस रिश्ते में और भाई बहन से अधिक दुलार 

वे  जानी दुश्मनों से भी ज्यादा लड़ते हैं , और लोग कहते हैं  कि उन्ही के ही कारण तृतीय विश्व युध्ध होगा 
उन्हें  कभी एक दूसरे से क्षमा नहीं मांगनी पड़ती  ना ही  कभी सफाई देनी पड़ती.

हा ये सच हैं कि जब कोई और अपने दोस्त कों रुलाता हैं तो खून की नदियाँ बहाने कों तैयार हो जाते हैं दोस्त. 

जब जब  अकेली होते हैं तो उनका  साया साथ होता हैं  जो विश्वास दिलाता हैं उन्हें  
कि उनके साथ  कुछ गलत नहीं होगा, और हुआ भी तो वो उनका  साथ देंगे  

दोस्तों के बीच  कभी कोई अहम कोई गर्व नहीं होता . 

कभी वे खुद कों दूसरे की कमी महसूस नहीं होने देते  क्योकि एक एहसास हैं हमेशा साथ होता हैं. 

 अगर वे एक दूसरे के लिये कुछ लिखने  बैठ गये  तो सारा आसमान भी कागज के रूप में कम पड जाता हैं 
फिर इतनी स्याही कहाँ से लायेंगे  ?
ना उतने अल्फाज होते हैं  कि अपने समर्पण, प्रेम और दुलार कों  परिभाषित कर सके.  

यह प्रेम हर बंदिश से परे हैं जो  ह्रदय कि अनमोल स्मृति हैं,
संजो कर रखा जाता हैं इसे ,वक्त की धुल नहीं मिटा पाती हैं इनको.

मर कर भी अमर रहते हैं ये ..रोज जीते हैं ये ...एक दूसरे की  सांसो के साथ  
नहीं याद आते हैं ये ....क्योकि नहीं भूला दिए जाते हैं ये  || 

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