Thursday, January 26, 2017

Labour

ये बॉस भी न मुझे मेंटली हरैस करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। टीम में क्या मैं अकेली हूँ, नौ और लोग है पर नहीं मंडे की क्लाइंट मीटिंग और बुधवार को हैडक्वार्टर से आने वालों के लिए पूरी प्रेजेंटेशन मैं अकेली तैयार करूँ? हद है यार। सन्डे को तो मजदूर भी छुट्टी मनाते है और मैं शिवानी अवस्थी, सीनियर मैनेजर सड़ रही हूँ अकेले ऑफिस में।
हुह आई हेट बॉस।
और यार क्या मस्त गया था मेरा लास्ट सन्डे, घर पर फ्रेंड्स के साथ हाउस पार्टी, डांस, फ़ूड, म्यूजिक वाओ दैट वाज अमेजिंग। लेकिन उस बेवकूफ सपना ने सब खराब कर दिया था। मेरी पूरी रेप्यूटेशन बिगाड़ दी थी, मैंगो शेक कितना मीठा था और पनीर बुर्जी सो ऑयली छी।
काम में ध्यान ही नहीं है उसका, तीन तीन घरों का काम ले रखा है हाथ में करेगी भी कैसे। और...कुछ 16-17 की उमर होगी लड़के ताड़ने से फुर्सत मिले उसे तब तो काम करेगी।
पर मैंने भी अच्छा सबक सिखाया इसे, पिछले सन्डे की पूरी रात उसे जमकर पीटा, अब मिर्च, मसाले और तेल में कोई गलती नहीं होती उससे। (और अवस्थी मैडम मुस्कुराने लगी, साथ ही सन्डे को दफ्तर बुलाने पर बॉस को कोसना भी जारी रहा)
- आशिता दाधीच

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