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Monday, July 27, 2015

Martyr शहीद

 
ये क्या दिखलाते है टीवी वाले
 अभी रात को ही तो इनका फोन आया था
 बोले थे मुन्नी की पसंदीदा महंगी बार्बी लाउंगा
 तुझे घुमाने लॉन्ग ड्राइव ले जाउंगा।

 माँ को तीरथ भी ले जाउंगा।
ये क्या दिखलाते है टीवी वाले
 ये शहीद हो गए
 कल रात घुसे थे आतंकी
 मुठभेड़ में इनको गोली मार गए।
 
और ये तो धनिया का घर है
 यहा रहती थी उसकी बूढी माँ
 उसे भी गोली मार गए।
 ये क्या दिखलाते है टीवी वाले।
 
बोर्डर भी वे पार गए
 मित्रता के पाठ भुला गए।
 कत्ले आम मचा गए।
 कुछ सपनों को मार गए।
 
ये क्या दिखलाते है टीवी वाले।
 
कल कुछ नेता आएँगे
 शहीद की बेवा कहकर शॉल ओढा जाएंगे।
 समाजसेविका आएगी आंसू भी पोंछ जाएगी।
 चैनल वाले आकर इंटरव्यू ले जाएंगे।
 पर कब समझेंगे ये
 इन जानों की कीमत।
 डेढ़ लाख से क्या मुझे मेरा पति लौटाएँगे?
वो खालीपन ये कैसे भर पाएंगे।
बस राजनितिक रोटियाँ सेंक पाएंगे
 एक दूजे को दोषी ठहराएंगे
 और बिना समाधान
 खाली हाथ रह जाएंगे
 बस कोरे आंसू बहाएंगे।
 
- आशिता दाधीच
 गुरुदासपुर शहीदों को नमन